वर्ष -२००८ में हास्य-व्यंग्य रचनाओं के माध्यम से जिन चिट्ठों ने खूब धमाल मचाया , वह हैं -

इस वर्ष हिंदी ब्लोगिंग में एक ऐसे ब्लॉग की शुरुआत हुई , जिसने हास्य-व्यंग्य की अनोखी रसधाराएं प्रवाहित करने में सफलता प्राप्त की.....नाम है " ताऊ डोट इन " इस ब्लॉग ने अपने पहले वर्ष में ही सक्रियता-सफलता और सरसता का जो कीर्तिमान स्थापित किया है वह शायद अबतक किसी भी ब्लॉग को प्राप्त नहीं हुआ होगा । अपनी अलग हरियाणवी शैली और प्रस्तुति के कारण यह हिंदी ब्लॉगजगत में रातो-रात मशहूर हो गया है । इस वर्ष इसके एक पोस्ट " ताऊ और पहलवान " ने खूब धमाल मचाया जबकि यह इस ब्लॉग की प्रारंभिक रचनाओं में से एक है ! इस ब्लॉग की सर्वाधिक रचनाएँ चिट्ठाकारों को केंद्र में रखकर प्रस्तुत की जाती रही और कोई भी ब्लोगर इनके व्यंग्य बाण से आहत होकर न मुस्कुराया हो , ऐसा नहीं हुआ ....यानी यह ब्लॉग वर्ष के सर्वाधिक चर्चित ब्लॉग की कतार में अपना स्थान बनाने में सफल हुआ ।

हिंदी जोक्स - हिन्दी के चुटकुले, यह चिट्ठा प्रारूप में हैं। तीखी नज़र -इस ब्लॉग पर हास्य-व्यंग्य की क्षणिकाएं लगातार देखने को मिली ।जैसे " लगा रहा आतंक की जो भारत में आग , गायें उसके साथ हम कैसे किरकिट राग , कैसे किरकिट राग, बताए दुनिया हमको , भरा न अब तक घाव भुलाएं कैसे गम कोदिव्यदृष्टि जिस घर में होता मातम भाईनहीं भूल कर कभी बजाता वह शहनाई ....!"

बामुलाहिजा यह ब्लॉग कार्टून के माध्यम से आज के सामाजिक , राजनैतिक कुसंगातियों पर पूरे वर्ष भर व्यंग्य करता रहा । कार्टूनिष्ट हैं कीर्तिश भट्ट । current CARTOONS ताज़ा राजनैतिक घटनाक्रमों पर आधारित कार्टून का एक और महत्वपूर्ण चिट्ठा । कार्टूनिस्ट हैं -चंद्रशेखर हाडा जयपुर ।

मजेदार हिंदी एस एम एस चटपटे और मजेदार चुटकुलों अथवा हास्य क्षणिकाओं का अनूठा संकलन । चिट्ठे सम्बंधित कार्टून हिन्दी चिट्ठाजगत में हो रही गतिविधियाँ कार्टून रूप में पेश करने की कोशिश है ।

चक्रधर का चकल्लस यह ब्लॉग हिन्दी के श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्य कवि अशोक चक्रधर का है , जिसमें उनके द्वारा सृजित कविता और व्यंग्य प्रकाशित होते है , अपने इस ब्लॉग के सन्दर्भ में श्री अशोक चक्रधर कहते हैं - " इस चक्रधर के मस्तिष्क के ब्रह्म-लोक में एक हैं बौड़म जी। माफ करिए, बौड़म जी भी एक नहीं हैं, अनेक रूप हैं उनके। सब मिलकर चकल्लस करते हैं। कभी जीवन-जगत की समीक्षाई हो जाती है तो कभी कविताई हो जाती है। जीवंत चकल्लस, घर के बेलन से लेकर विश्व हिन्दी सम्मेलन तक, किसी के जीवन-मरण से लेकर उसके संस्मरण तक, कुछ न कुछ मिलेगा। कभी-कभी कुछ विदुषी नारियां अनाड़ी चक्रधर से सवाल करती हैं, उनके जवाब भी इस चकल्लस में )मिल सकते हैं। यह चकल्लस आपको रस देगी, चाहें तो आप भी इसमें कूद पड़िए।"

SAMACHAR AAJ TAK इस ब्लॉग पर आज की ताज़ा खबरें परोसी जाती है मगर मनोरंजक ढंग से और यही इस ब्लॉग की विशेषता है । अज़ब अनोखी दुनिया के ब्लोगर शुभम आर्य कहते हैं कि -" अज़ब अनोखी इस दुनिया में घटनाओं को बस्तुत: रिकोर्ड्स कर पाना किसी चमत्कार से कम नही है । आप सभी को हिन्दी ब्लोगिंग जगत में इस प्रकार की विचित्र चित्रावली एवं बहुत सी रोचक बातों से परिचित कराने की कोशिश करूंगा । अंगरेजी जगत में यह काफी दिनों से विद्यमान है, किंतु हिन्दी पाठकों के लिए शायद यह प्रारंभिक प्रयासों में से एक होगा ....!" वैसे काफी दिलचस्प है यह अज़ब अनोखी दुनिया ।

आईये अब मिलते हैं की बोर्ड के खटरागी से यानी अविनाश वाचस्पति से जिनके ब्लॉग पर हास्य-व्यंग्य और अन्य साहित्यिक समाचार पढ़ सकते हैं । यूँ ही निट्ठल्ला..... ताज़ा परिस्थितियों पर व्यंग्य इस ब्लॉग की सबसे बड़ी विशेषता है और इसका प्रस्तुतीकरण अपने आप में अनोखा , अंदाज़ ज़रा हट के , आप भी पढिये और डूब जाईये व्यंग्य के सरोबर में ।

डूबेजी यह ब्लॉग जबलपुर के ब्लोगर श्री राजेश कुमार डूबे जी का है , ब्लोगर के लिए कार्टून एक विधा से बढ़कर, व्यंग्य के सारथी के समान , एक सामाजिक आन्दोलन है ।

दीपक भारतदीप की शब्दज्ञान- पत्रिका पर भी कभी-कभार अच्छी और संतुलित हास्य कवितायें देखने को मिल जाती है , यह ब्लॉग सुंदर और सारगर्भित और स्तरीय है । hasya-vyang यह ब्लॉग सुरेश चंद्र गुप्ता जी का है , जो अपने ब्लॉग के बारे में कहते हैं, कि-"हम आज ऐसे समाज में रहते हैं जो बहुत तेजी से बदल रहा है और हम सबके लिए नए तनावों की स्रष्टि कर रहा है। पर साथ ही साथ समाज में घट रही बहुत सी घटनाएं हमारे चेहरे पर मुस्कान ले आती हैं। हमारे तनाव, भले ही कुछ समय के लिए, कम हो जाते हैं। हर घटना का एक हास्य-व्यंग का पहलू भी होता है। इस ब्लाग में हम उसी पहलू को उजागर करने का प्रयत्न करेंगे। " सचमुच इस ब्लॉग पर ब्लोगर हास्य-व्यंग्य के साथ न्याय करता हुआ दीखता है ।

निरंतर यह ब्लॉग जबलपुर के महेंद्र मिश्रा का है , इस पर भी आप व्यंग्य के तीक्ष्ण प्रहार को महसूस कर सकते हैं । अनुभूति कलश ब्लॉग पर आपको मिलेंगे डा राम द्विवेदी की हास्य-व्यंग्य कविताओं से आप रू-ब रू होंगे । इसी प्रकार योगेन्द्र मौदगिल और अविनाश वाचस्पति के सयुक्त संयोजन में प्रकाशित चिट्ठा है हास्य कवि दरबार जिस पर आपको मिलेंगे हास्य-व्यंग्य कविताएं, कथाएं, गीत-गज़लें, चुटकुले-लतीफे, मंचीय टोटके, संस्मरण, सलाह व संयोजन।
...........अभी जारी है ..../

12 टिप्पणियाँ:

  1. हास्‍य ब्‍लॉगों के बारे में जानकर अच्‍छा लगा। शुक्रिया।

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    वह खूबसूरत चुड़ैल।
    क्‍या आप सच्‍चे देशभक्‍त हैं?

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  2. प्रभात जी,
    आप जो कार्य कर रहे हैं उसके बारे में सिर्फ इतना कह सकता हूँ कि आपके बाद आपको यह ज़माना खोजेगा नि:संदेह !
    मेरी सलाह मानें तो " हिंदी ब्लोगिंग का इतिहास" नाम से किताब का प्रकाशन भी करें ताकि यह दस्तावेज के रूप में संग्रहनीय बन सके !आप चाहें तो मैं इस दिशा में आपकी यह किताब किसी अच्छे प्रकाशक से निकलवाने में आपकी मदद कर सकता हूँ !

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  3. मनोज जी, आपका आभार इस सुझाव के लिए ......दरअसल किताब के प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है , संभव है मार्च-अप्रैल तक प्रकाशित भी हो जाए किन्तु मैंने उसे अभी रोक रखा है क्योंकि मैं उसे क्रमवार पहले इस ब्लॉग पर प्रकाशित करना चाहता हूँ ताकि कुछ महत्वपूर्ण सन्दर्भ से संवंधित पाठकों के सुझाव को उसमें शामिल कर सकूं .

    आपका पुन: आभार !

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  4. जारी रहे यह यात्रा, आपको ढेरों शुभकामनाएं !

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  5. अब तक के सम्पूर्ण हिन्दी ब्लाग जगत को इस प्रकार सिलसिलेवार क्रम में संजोने का आपका यह प्रयास ब़डी से बडी प्रशंसा से भी बडा ही लगता है । आपके इसी प्रयास से सम्बन्धित एक और सुझाव जो मेरे विचार में उपजता है वो ये कि सुख्यात व गुमनाम अब तक आए सभी ब्लागर्स की उनके द्वारा बनाये गये ब्लाग (एक या अनेक) की जानकारी के साथ उनके नामाक्षर क्रम में या सीनियरिटी के क्रम में अब तक सक्रिय व निष्क्रय जैसे चिन्हों के साथ एक अनुक्रमणिका (Index) का प्रकाशन यदि और किया जा सके तो उसके माध्यम से सभी सुधी पाठक यह भी जान सकेंगे कि अब तक हिन्दी ब्लाग जगत में कितने ब्लाग लेखक कब-कब आए, उन्होंने कुल कितने ब्लाग किन टाई़टल से बनाए और अब तक कौन-कौनसे उनमें से चल रहे हैं । मुझे लगता है कि यदि यह सोच आकार ले पावे तो यह भी इस हिन्दी ब्लाग जगत के अमूल्य दस्तावेज जैसी धरोहर बन सकेगी । बाकि तो इसका व्यवहारिक क्रियान्वय कितना सम्भव या असम्भव है, आप अधिक बेहतर जानते हैं ।

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  6. हास्य ब्लोगों के बारे में जानना अच्छा लगा.

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  7. आभार जानकारी का...शुभकामनाएँ.

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  8. सभी हास्य ब्लोगों के बारे में जानना अच्छा लगा. ....धन्यवाद इस पोस्ट हेतु !

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  9. सुशील बाकलीवाल जी, आपका आभार इस सुझाव के लिए ......मुझे लगता है कि यदि यह सोच आकार ले पावे तो यह भी इस हिन्दी ब्लाग जगत के अमूल्य दस्तावेज जैसी धरोहर बन सकेगी ।

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  10. ब्लॉग चर्चा का आपका ये अनोखा अंदाज़ पसंद आया....

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